भारत ने 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप जीता और अब टीम इंडिया वर्ल्ड कप की ट्रॉफी लेकर भारत लौट आई है. टीम इंडिया ने भारत आने के बाद ट्रॉफी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की और टीम इंडिया की मुंबई में विक्ट्री परेड होगी. विक्ट्री परेड में पूरे भारत की नजर टीम इंडिया के खिलाड़ियों के जोश और उस ट्रॉफी पर होगी, जो क्रिकेट टीम जीतकर लाई है. लेकिन, क्या आप जानते हैं जो ट्रॉफी टीम इंडिया लेकर घूम रही है, वैसे ही ही एक और ट्रॉफी है, जो दुबई में रहेगी. ऐसे में जानते हैं क्या है दो ट्रॉफियों की क्या कहानी है…
क्या दो ट्रॉफी होती है?
आईसीसी की ओर से वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाता है. वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में कई मैच होते हैं और फिर जीतने वाली टीम को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दी जाती है. दरअसल, आईसीसी के पास दो ट्रॉफी होती है. एक ट्रॉफी वो होती है, जिसका इस्तेमाल आईसीसी की ओर से प्रचार में किया जाता है. आपने देखा होगा कि जब भी वर्ल्ड कप होता है तो उसके कुछ दिन पहले से ही एक वर्ल्ड कप ट्रॉफी पूरी दुनिया में घूमती है.
इस बार भी वर्ल्ड कप से पहले आईसीसी ने ट्रॉफी टूर की शुरुआत की थी, जिसके बाद ये ट्रॉफी पूरी दुनिया में घूमी थी. ये ट्रॉफी सिर्फ उन देशों में ही नहीं जाती है, जहां की टीमें मैच खेलती है. इसके अलावा ये ट्रॉफी क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए दूसरे देशों में भेजी जाती है. फिर टूर्नामेंट खत्म होने पर ये ट्रॉफी आईसीसी के हेडक्वार्टर में रख दी जाती है, जो दुबई में है.
अब सवाल है कि आखिर फिर दूसरी ट्रॉफी कौनसी होती है. बता दें कि आईसीसी की ओर से हर टूर्नामेंट के लिए एक ट्रॉफी तैयार की जाती है,जो जीतने वाली क्रिकेट टीम के कप्तान को दी जाती है. ये ट्रॉफी टीम अपने साथ लेकर आ जाती है.
ये दोनों ट्रॉफी दिखने में एक जैसी ही होती है, लेकिन इनमें अंतर ये होता है कि आईसीसी की ट्रॉफी पर आईसीसी एक लोगो होता है, जबकि जो ट्रॉफी टीम को दी जाती है, उसमें उस साल के वर्ल्ड कप का लोगो होता है. ऐसे में दोनों ट्रॉफी ही असली होती है.
2011 में हुआ था बवाल
साल 2011 में जब भारत ने वर्ल्ड कप जीता था तो उसके बाद खबरें आई थीं कि उस वक्त के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को नकली ट्रॉफी दी गई थी. दरअसल, उस वक्त कस्टम में एक ट्रॉफी को रोक लिया गया था, जिसके बाद ये सवाल खड़े हुए थे. इसके बाद आईसीसी ने आधिकारिक बयान जारी स्पष्ट किया था कि भारत को जो ट्रॉफी दी गई, वह आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 की असली ट्रॉफी है. यह वही ट्रॉफी है जिसे हम टूर्नामेंट के आखिर में विजेता को देना चाहते थे.
आईसीसी ने बताया था कि जो ट्रॉफी भारत को दी गई है उस पर आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 का खास लोगो है. साथ ही आईसीसी ने कहा था कि मुंबई के कस्टम में जो ट्रॉफी फंसी है, वह तो सिर्फ प्रचार के लिए तैयार की गई ट्रॉफी है, जिसे दुबई में रखा जाता है.