कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या किए जाने से डॉक्टर्स में नाराजगी है. इस बीच, केंद्र सरकार डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड में आ गया है और स्वास्थ्य संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर डॉक्टर्स पर हमला या हिंसा होती है तो 6 घंटे के अंदर संस्थानों को संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवानी होगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, डॉक्टर्स पर हमले के मामलों में सख्त एक्शन लिया जाएगा और 6 घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मेमो भेज दिया है. इसमें कहा गया है कि किसी भी डॉक्टर पर हिंसा की स्थिति में घटना के 6 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करवाई जाए. इसकी जिम्मेदारी संस्था के प्रमुख की होगी.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. घटना सेमिनार हॉल की है. शरीर पर चोट के निशान थे और खून बह रहा था. जांच में पता चला कि डॉक्टर से रेप किया गया, उसके बाद हत्या कर दी गई. पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया गया है कि इस घटना में कई लोग शामिल हैं.
घटना के बाद डॉक्टर्स ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और हड़ताल शुरू कर दी. हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. डॉक्टर्स का कहना है कि हमारी सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा जाए और केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए. इस सिलसिले में डॉक्टर्स के संगठन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी.
CBI ने 4 डॉक्टर्स को भी तलब किया
सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चार ट्रेनी डॉक्टर्स को शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. सूत्रों ने बताया कि चारों डॉक्टर्स को साल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई के कार्यालय में बुलाया गया है. ट्रेनी डॉक्टर्स से घटना की रात के बारे में पूछताछ की जाएगी. इससे पहले गुरुवार को सीबीआई ने ट्रेनी डॉक्टर के तीन बैचमेट्स से पूछताछ की, जो 8 अगस्त की रात ड्यूटी पर थे. अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन विभाग के पूर्व प्रमुख से भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ की. सीबीआई ने थाने के प्रभारी अधिकारी से भी पूछताछ की, जिसके अधिकार क्षेत्र में यह अस्पताल स्थित है. सीबीआई की एक टीम ने पीड़िता के घर का दौरा किया और उसके माता-पिता से बात की. जांचकर्ताओं ने 9 अगस्त को अस्पताल से फोन आने का समय भी नोट किया और उनसे बेटी के दोस्तों के बारे में भी पूछा.