बिहार (Bihar) की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप कोई नया नहीं है लेकिन पिछले कुछ दिनों से महाभारत के किरदारों का उपयोग किया जा रहा है. हाली ही में तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भष्टाचार का भीष्म पितामह बताया था. अब आरजेडी विधायक ने तेजस्वी यादव की तुलना पांडवों से की है और नीतीश कुमार, जीतन मांझी और चिराग पासवान को कौरव बताया है.
राष्ट्रीय जनता दल के एमएलए अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा, ‘कृष्ण जन्माष्टमी पर संकल्प लेते हैं कि बिहार के बेहतरी के लिए, अपराध को रोकने के लिए तेजस्वी यादव को युधिष्ठिर की भूमिका में आगे लाएंगे. भीष्म पितामह, धृतराष्ट्र और कर्ण के भरोसे बिहार को कब तक छोड़े रहेंगे. बिहार में नीतीश कुमार भीष्म पितामह की भूमिका में विवश हैं, मांझी द्रोणाचार्य की भूमिका में विवश है.’
उन्होंने आगे कहा कि चिराग पासवान भी सगा संबंधी की तरह कर्ण की भूमिका में विवश हैं. ये सारे लोग अपने है लेकिन अन्याय अधर्म के साथ रहने के लिए विवश हैं. इसलिए बिहार में न्याय की स्थापना करने के लिए अब युधिष्ठिर (तेजस्वी) बागडोर संभालेंगे, तब बिहार में न्याय मिल पाएगा.
‘NDA सरकार में अपराधियों पर कार्रवाई…’
वहीं, बिहार में अपराधियों की वकालत करने पर बीजेपी ने आरजेडी की आलोचना की है. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि आरजेडी शासन के वक्त अपराध का रूप बहुत भयावह था, आरजेडी नेता अपराधियों का मनोबल बढ़ाते थे, अपराधी विधायक और नेताओं के घर पर छुपते थे लेकिन आज एनडीए सरकार में अपराधियों पर कार्रवाई होती है.
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तेजस्वी ने नीतीश को बताया था भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह
तेजस्वी यादव ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि उनके शासन में राज्य ‘राक्षस का शासन’ बन गया है. तेजस्वी ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह बन गए हैं. उन्हें अपराध बिल्कुल नजर नहीं आता. नीतीश कुमार असहाय हो गए हैं.